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मेरे सरकार का दीवाना जिधर हो जाये |
Mere Sarkar Ka Deewana Jidhar Ho Jaye Naat Lyrics in Hindi
मेरे सरकार का दीवाना जिधर हो जाये
जिस तरफ जाए ज़माना भी उधरहो जाये
मेरे सरकार का दीवाना जिधर हो जाये
जिसको मिल जाए दरे ग़ौस का नूरी टुकड़ा
अहले सुन्नत का वही शेरे बबर हो जाये।
मेरे सरकार का दीवाना जिधर हो जाये
ज़ुल्फ़ को रुख़ से हटा दें तो क़मर शरमाये
मुस्कुरा दें तो अन्धेरे में सहर हो जाये।
मेरे सरकार का दीवाना जिधर हो जाये
नक़्शे पाए शाहे कौनैन पे जन्नत क़ुर्बां
जिस तरफ जाए वो जन्नत की डगर हो जाए।
मेरे सरकार का दीवाना जिधर हो जाये
संग पर नक़्शे क़दम पड़ते हैं आक़ा के "असद"
उसी पत्थर की तरह मेरा जिगर हो जाये।
मेरे सरकार का दीवाना जिधर हो जाये
जिस तरफ जाए ज़माना भी उधर हो जाये।
शायर: असद इक़बाल
नात ख्वां: असद इक़बाल
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